Tuesday, February 16, 2010

Beete hue Pal............


एक बात पूछूँ तुमसे क्या कभी याद आते हैं वो पल
वो बीते हुए पल जिनमे कभी हमने
समय के सीने पर कहानियाँ लिखी थी एक-दूसरे की चाहत की|

जब कभी कोयल कूकती है अमराइयों मे ,
क्या तुम भी याद करते हो उन लम्हो को तन्हाइयों मे,
उन गुज़रे लम्हो को जब तुम्हारा चेहरा मेरी हथेलियों मे होता था ,
और तुम अटकती जाती थी दूर कहीं शरमा के मेरी बाहों से|

मुझे खुद के करीब पाकर नज़रों का वो झुकना,
साँसों का बहकना और दिल की ताल पर तेरा यूँ थिरकना,
अपने थरथरते होठों की कपन , क्या अब भी तुम्हे याद आती है,
एक पल के लिए ही सही क्या तेरे तस्सवुर मे अब भी मेरी कोई बात आती है|

क्या कभी चुभती है तेरे सीने मे भी,उन टूटे सपनो की किरच ,
जिन्हे कभी सजाया था हमने  एक – दूसरे की खुली हथेलियों पर.
अपने होठों की तुलिका से खामोश ठहरे  हुए इन पलों मे,
क्या कभी किसी बहाने से ही सही मेरे नाम की कोई आवाज़ आती है|

एक बात पूछूँ तुमसे कभी याद आते हैं वो पल ,
जिन्हे याद करके मुस्कान आती है मेरे होठों  पर ,
और बरबस ही मेरी आखें भर आती हैं.
एक बात पूछूँ  तुमसे……………..एक बात पूछूँ  तुमसे.......|



By: Uttam Sharma

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