My mother is a poem
I'll never be able to write,
though everything I write
is a poem to my mother.
BY~Sharon Doubiago
S0 this one is for my mom........................
ममतामयी माँ करुणामयी माँ ,मेरी जननी मेरी माँ ,
तेरी कोख से जन्म लिया माँ. मुझको तूने धन्य किया|
पाल पोसकर बड़ा किया माँ, जीवन का निर्माण किया ,
भूल गयी अपने कष्टों को , निज़ सुत का कल्याण किया |
झांजावतो से तू टकराई ,ड्रंधता का संचार किया ,
रक्त-कण से सींचा उपवन को , कलियों का विस्तार किया |
क़ारी -अंधियारी रातों मे तूने , लोरी गा-गाकर मुझे सुलाया,
अपने आँचल मे बैठाकर , सुंदर सपनो मे मुझे झूलाया |
खुद सोई गीले बिछोने पर , और सूखे मे मुझे सुलाया ,
सर्दी की ठंडी रातों में , अपने सीने से मुझे लगाया |
मेरी हर आहट पर रात - रात भर जागी तू ,
मुझे आज भी याद आती है मेरे सपनो को सहलाती तू |
मेरी हर नादानी पर , तूने मुझको डांटा - मारा भी,
मगर मुझे याद आता है, फिर तेरा छुपकर अश्क बहाना भी |
बहुत बड़ा है बहुत घना है , माँ तेरे प्यार का ये आँचल,
इसके आगे तो छोटे लगते हैं , दुनिया के सारे सागर |
ऋण ना तेरा चुका सकूँगा माँ , क्षमा प्रार्थी ये सुत तेरा ,
जन्म - जन्म भर साथ रहेगा, बन जीवन संबल मेरा |
जीवन की ये ज्योति मेरे संग , सदा जलती रहे भगवान ,
आशीष रहे सदा माँ का मुझ पर, आख़िर वो है तेरी ही पहचान |
By: Uttam Sharma
very good sirjee... agar meri hindi achi hoti to maine apni mom ko suna di hoti ye bol ki maine likhi hai ;) and even on that tere words kaafi heavy hain so no chance whatsoever... :P
ReplyDeleteHats off to you bhai...very well written
ReplyDelete@himanshu : thnx bhai......
ReplyDelete"Mother, you are exactly like a mother..."
ReplyDeleteI translated your poem and I could read some parts... no all. But, was enough for understand your very deep feeling. Beautiful bhai, really beautiful.
God bless your mother.
Radhe Radhe!