Saturday, December 25, 2010

My beautiful TULIP

This Blog is dedicated to the most beautiful soul in my life...on our 10th anniversary.....


२५ डिसेंबर २००० की रात थी...यही कोई ९- ९:३० बजे थे...हल्का-हल्का सा कोहरा पड़ रहा था और ठंड भी तेज़ थी...मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ क्रिस्मस के लिए दक्षिणी दिल्ली मे था. हम कुछ १०-१५ लोग थे जिनमे से मैं सिर्फ़ २ लोगों को जनता था. मैं अपने दो दोस्तों के बीच बैठा था की अचानक मेरी नज़र सामने खड़े लोगों पर पड़ी और मैने देखा की वहाँ सफेद कपड़ो मे खड़ी नीली आखों वाली एक सुंदर सी लड़की मुस्कुरा रही थी. मैने उसको देखा और बस देखता ही रह गया कुछ पलों के लिए तो मैं भूल चुका था की लोगों के बीच मे हूँ....लगा जैसे वहाँ बस २ लोग है ...१ मैं और १ वो. जब कुछ देर बाद मुझे होश आया तो मैं उससे बात करना चाहता था पर हिम्मत नही हुई की उसके पास जाकर उससे कुछ कह सकूँ. अभी मैं इन सब के बारे मे सोच ही रहा था की वो परी (क्यूंकी लड़की तो वो लग ही नही रही थी) मेरे सामने आकर खड़ी हो गयी और मुझसे कहा " यह मेरा favorite गाना है. मेरी तो जैसे मन की मुराद पूरी हो गयी थी या शायद सांता ने मुझे क्रिस्मस का तोहफा दिया थ.पर जो भी था बहुत अच्छा था. उसके बाद हमने काफ़ी देर तक बात की या मैं यूँ कहूँ की हमने बस एक-दूसरे से ही बात की. मैं तो जैसे भूल ही गया था की मैं यहाँ किसके लिए आया थ. काफ़ी देर तक बातें करने के बाद हमने एक साथ खाना खाया और फिर कुछ देर बाद वो वहाँ से अपने दोस्तों के साथ वापस चली गयी.
मुझे नही पता था की ये कुछ ही देर की मुलाकात हमारी ज़िंदगी बदलने वाली थी. ये मेरे लिए मेरी सबसे अच्छी शाम थी जिसे मैं कभी नही भूल सकता.

आज फिर वही २५ डिसेंबर है...आज फिर कई सालों के बाद मेरे दोस्त मेरे साथ हैं और अब जब क़ि मैं ये ब्लॉग लिख रहा हूँ तो वो मेरे पीछे बैठ कर मेरा साथ दे रहे हैं.....आज के दिन मैं इससे ज़्यादा और कुछ नहीं लिखना या कहना चाहता.

सांता सबको क्रिस्मस का सुंदर सा तोहफा दे और भगवान सभी का कल्याण करे.....

Uttam Sharma ....